प्यार के धागों में बंधी इस दोस्ती को
चलो इक नया नाम दे
वक़्त की आंधी से बिखर चुके इस रिश्ते को
इक नया आयाम दें
ज़िन्दगी के कैनवास पर
धुंधली सी तस्वीर में
नए कुछ रंग भरे
अपने दरमया खिचती दूरियों को
चलो कुछ कम करें
खुशियाँ ही खुशियाँ हों
कोई गम न हो
करो दुआ आँखें हमारी
अब कभी नम न हो
विरह में सिसकते दो दिलों को
मिलन का पैगाम दें
प्यार के धागों में बंधी इस दोस्ती को
चलो इक नया नाम दे...
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